Tuesday 28 July 2020

“जीना सीख ज़िन्दगी कुछ इस तरह से मेरे दोस्त,
खुशियों में खुश रहना,  गर हो ग़मज़दा तो खुद ही संभालना खुद को,
बात बस इतनी है, तू खुद-कर बन हौंसला बढ़ा ले,
और गर मिटा सके किसी के चेहरे की शिकन, तो तुझे मान गए दोस्त|
जीना सीख ज़िन्दगी कुछ इस तरह से मेरे दोस्त|| “

- दीप्ति त्यागी