सुप्रभात 🌞
“यह दिन नवीन, कर सुप्रभात,
स्वयं को जगाओ अंतर्मन से,
दी है ईश्वर में भोर नयी,
कुछ अद्भुत कर जाओ इस वरदान से..! “
-दीप्ति त्यागी ✍🏻
“यह दिन नवीन, कर सुप्रभात,
स्वयं को जगाओ अंतर्मन से,
दी है ईश्वर में भोर नयी,
कुछ अद्भुत कर जाओ इस वरदान से..! “
-दीप्ति त्यागी ✍🏻
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